मध्य प्रदेश: जनसंख्या और नागरिकता
मध्य प्रदेश, भारत का मध्य भारतीय राज्य है जो अपनी बड़ी जनसंख्या और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है। यहां की जनसंख्या को आधिकारिक जनगणना के अनुसार 2021 तक 8.98 करोड़ जनसंख्या बताया गया है। मध्य प्रदेश भारतीय राज्यों में सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्यों में से एक है। इस ब्लॉग में, हम मध्य प्रदेश की जनसंख्या और नागरिकता के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
मध्य प्रदेश की जनसंख्या:
मध्य प्रदेश एक विविध राज्य है जहां विभिन्न जातियों, भाषाओं और धर्मों के लोग बास करते हैं। यहां की जनसंख्या का आकार इसके भौगोलिक स्थान, वातावरण, आर्थिक विकास और आधिकारिक नीतियों के परिणामस्वरूप निर्धारित होता है। यहां की जनसंख्या मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक है, जहां कृषि और ग्रामीण आधारित जीवन प्रमुख ध्येय है। हालांकि, शहरी क्षेत्रों में भी जनसंख्या का विकास देखा जा रहा है।
मध्य प्रदेश की नागरिकता:
भारतीय नागरिकता अधिनियम, 1955 के अनुसार, मध्य प्रदेश में नागरिकता का प्रबंधन होता है। इस अधिनियम के तहत, व्यक्ति को भारतीय नागरिकता प्राप्त करने के लिए विभिन्न मानदंडों का पालन करना आवश्यक होता है।
1. जन्म के आधार पर: एक व्यक्ति जब भारत में जन्म लेता है, तो वह भारतीय नागरिक होता है, अगर उसके माता-पिता या कम से कम एक माता-पिता भारतीय नागरिक होते हैं। इस प्रक्रिया में जन्म प्रमाणपत्र की आवश्यकता होती है जो जन्म सम्बन्धी विवरणों को सत्यापित करता है।
2. नागरिकता प्रमाण पत्र: यदि किसी व्यक्ति के पास भारतीय नागरिकता प्रमाण पत्र होता है, जो भारतीय नागरिकता प्राप्ति के प्रमाणित कागजात के रूप में काम करता है, तो उसे भी भारतीय नागरिकता प्राप्त होती है।
3. विवाह के आधार पर: एक व्यक्ति अगर किसी भारतीय नागरिक से विवाह करता है, तो वह भी भारतीय नागरिक होता है। इसके लिए विवाह प्रमाणपत्र की आवश्यकता होती है जो विवाह संबंधी जानकारी को सत्यापित करता है। इसके साथ ही, विवाहिता को नागरिकता प्रमाण पत्र की भी आवश्यकता होती है जो उसे विवाहिता की नागरिकता को प्रमाणित करता है।
4. विधायिका के आधार पर: अन्य देशों में नागरिकता कानून के अंतर्गत निर्धारित विधानों का पालन करके भी कोई व्यक्ति भारतीय नागरिकता प्राप्त कर सकता है। इसके लिए उसे विधायिका की आवश्यकता होती है जो उसकी अन्य देश की नागरिकता को सत्यापित करती है।
मध्य प्रदेश एक समृद्ध राज्य है जिसकी जनसंख्या विविधता को दर्शाती है। यह राज्य अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्वपूर्ण स्थलों के लिए प्रसिद्ध है, जिनमें खजुराहो, सांची, ग्वालियर का किला, ओरछा का महल, बेगम हजरत महल, इंदौर की सदर बाजार आदि शामिल हैं। इसके साथ ही, मध्य प्रदेश के प्राकृतिक सौंदर्य, वन्य जीव, एकता स्तंभ आदि भी यहां के महत्वपूर्ण आकर्षण हैं।
समर्पण के साथ बताया जा सकता है कि मध्य प्रदेश की जनसंख्या व नागरिकता विषय में विस्तृत चर्चा करने के लिए 2000 शब्दों की मर्यादा सीमित हो जाती है। यह राज्य अपनी मानव संसाधनों के साथ-साथ अपनी सांस्कृतिक और सामाजिक विविधता के लिए भी मशहूर है। इसका जनसंख्या विकास प्रगति का प्रतीक है और नागरिकता के माध्यम से लोगों को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक अधिकार प्राप्त होते हैं। मध्य प्रदेश का जनसंख्या और नागरिकता उनके विकास और प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
मध्यप्रदेश के जनसँख्या संबंद्धित अन्य आंकड़े
मध्य प्रदेश के जनसंख्या संबंधित सभी आंकड़े निम्नलिखित हैं:
1. अनुमानित जनसंख्या (2021): 8.98 करोड़
2. जनगणना 2011: 7.25 करोड़
3. जनसंख्या क्षेत्रफल: 3,08,252 वर्ग किलोमीटर
4. जनसंख्या की वृद्धि दर (जनगणना 2011-2021): 23.66%
5. जनसंख्या का लिंगानुपात: पुरुष-महिला अनुपात - 1020:1000
6. शहरी जनसंख्या (2021): 2.60 करोड़
7. ग्रामीण जनसंख्या (2021): 6.38 करोड़
8. जनसंख्या घनत्व: 308 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर