महात्मा गांधी की 150 वी जयंती पर उनका अनुसरण और उनके सपनो को साकार करने में हमारी भूमिका
NAME | Mohandas Karamchand Gandhi / मोहनदास करमचंद गाँधी |
BORN | 2 October 1869 Porbandar, Bombay Presidency, British India |
DIED | 30 January 1948 (aged 78) New Delhi, Union of India |
NATIONALITY | Indian |
Field | Politics,Social Work |
Achievement | पूरे विश्व में सत्य और अहिंसा के प्रेरणास्रोत. भारत के राष्ट्रपिता. भारत के स्वतंत्रता-संघर्ष के सूत्रधार. एक साधारण व्यक्ति कितना असाधारण हो सकता है इसका प्रमाण हैं महात्मा गाँधी. महात्मा गाँधी की आत्मकथा “सत्य के प्रयोग ” |
इस साल राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती है 2 अक्टूबर 1869 को एक व्यवसायिक परिवार में जन्मे मोहनदास करमचंद गांधी को उनके महान योगदान और त्याग के लिए लोग उन्हें महात्मा नाम से संबोधित करते हैं | इस साल महात्मा गांधी की 150वीं जयंती है और यह जयंती केंद्र सरकार के लिए त्यौहार है इस गांधी जयंती पर सरकार अपने कई कार्यक्रमों को पूरा करेगी और कई कार्यक्रमों का शुभारंभ भी करेगी | केंद्र सरकार बापू की इस जयंती को न केवल राष्ट्रीय स्तर पर अपितु पूरी दुनिया में एक विशेष त्यौहार के रूप में मनाएगी | यह जयंती मानाने का मकसद न केवल स्मृति आयोजन या श्रदांजलि देना या उत्सव स्वरुप मनाना बल्कि मानवता तक उनके अहिंसा , शान्ति सन्देश को पहुँचाना है |इस गांधी जयंती पर मोदी सरकार के स्वच्छता कार्यक्रम के 5 वर्ष पुरे हो जायेंगे और निर्धारित लक्ष्य भी , हालांकि गांधी जी ने यह सपना अपनी युवावस्था में ही महसूस कर लिया था किन्तु 1947-2014 तक केवल 39 % घरों में ही शोचालय की उपलब्धता सुनिश्चित हुई यह हमारी माता बहनों के लिए काफी दुखदायक था उस वक़्त हमारी माता बहने तो आजाद देश में भी उजाल की कैदी बन कर रह गई थी | महत्मा गाँधी के इन्ही विचारों से प्रेरित हमारे प्रधानमंत्री जी ने देश की कमान सँभालते ही वर्ष 2014 में लाल किले की प्राचीर से देशवासियों पर आह्वान किया की हम बापू के सपनो का स्वच्छ भारत निर्मित करें | उनके संकल्प के अंतर्गत 5 वर्ष में देश के 60 करोड़ लोगो का व्यवहार परिवर्तन संभव हुआ और देश के 99 %घर आज शोचालय युक्त है | इन शोचालयों के निर्माण द्वारा हमने देश से गंदगी तो समाप्त की ही , साथ ही एक साथ इतने लोगो में व्यवहार परिवर्तन करने का विश्व रिकॉर्ड भी बनाया और कई गरीब वर्गों को रोजगार उपलब्ध हुआ | अंतत: हम 2 अक्टूबर 2019 को गांधी जी का सपना वास्तविकता में हासिल कर लेंगे |
गांधी जी के समाज के लिए अन्य प्रयास :-
महात्मा गांधी का एक बहुत बड़ा सपना तो हम पूर्ण करने में सफल हुए किन्तु अनेक इसे कार्य है जो उनके प्रयासो से पूर्ण नहीं हो सके और अब आवश्यकता है कि हम भारतवाशी मिलकर उनका सपना साकार करें | वो कार्य जो नहीं हो सके पूर्ण :-
1. अस्पर्श्यता को समाज से हटाना ,
2.जातिवाद की भावना का अंत करना ,
3.समाज में नारियों की स्थिति में सुधार करना ,
4.समाज में हर व्यक्ति को गरीबी के दुष्चक्र से बहार निकालना ,
5.अहिंसा के मार्ग को अपनाना,
सादा जीवन उच्च विचार
गांधी जी एक साधारण प्रवत्ति के व्यक्ति थे वे साधारण वेशभूषा धारण करते थे | वे पश्चिमी सभ्यता को उचित नहीं मानते थे | वे साधारण भोजन करते थे | अहिंसा का मार्ग अपना कर अपना जीवन व्यतीत किया |
हालंकि हमने गांधी जी के अधिकांश सपनो को साकार किया है किन्तु अब भी समाज में व्याप्त कुरितियों पर कार्य किया जाना बाकी है , गांधी की रामराज्य की अवधारणा को पूर्ण करना और जनसहयोग को बढ़ावा देना है | हमें भरोसा है कि देश वास्तविक रूप के गाँधी जी के सपनो का श्रेष्ठ भारत बन कर रहेगा |