आगर मालवा जिले के महत्वपूर्ण तथ्य
➤आगर मालवा जिला मध्यप्रदेश के उज्जैन संभाग के अंतर्गत आता है।
➤ शाजापुर जिले की सुसनेर तहसील को अलग करके 15 अगस्त 2013 को आगर मालवा को मध्यप्रदेश का 51वां जिला बनाया गया।
➤ आगर मालवा जिले में वार्षिक वर्षा लगभग 144 से.मी. होती है|
➤ आगर मालवा जिले के अंतर्गत 4 तहसीले है जिनमें आगर, सुसनेर, नलखेड़ा, बड़ौद शामिल है।
➤ आगर मालवा जिले की प्रमुख नदियाँ कालीसिंध नदी, कछाल नदी
➤ आगर मालवा की प्रमुख नदी कालीसिंध नदी है| इसका उद्गम देवास के बागली गांव के समीप विंध्यांचल से हुआ है|
➤ आगर मालवा जिले का कुल क्षेत्रफल 2786 वर्ग किलोमीटर है।
➤ आगर मालवा जनसंख्या के लिहाज से सबसे छोटा था लेकिन 2018 में टीकमगढ़ से निवाड़ी जिला बनने के बाद निवाड़ी जिला जनसंख्या व क्षेत्रफल दोनों दृष्टि से छोटा जिला है।
➤सालरिया गांव में देश का पहला गौ-अभ्यारण्य बनाया गया है।
➤ 24 दिसम्बर 2012 को मध्यप्रदेश के आगर मालवा जिले के सालरिया ग्राम में देश और दुनिया के पहले कामधेनु गौ अभ्यारण्य का मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भूमि पूजन कर स्थापना की।
➤ यह कामधेनु गौ अभ्यारण्य 472.63 हेक्टेयर के क्षेत्रफल फैला हुआ है। इस अभ्यारण्य का शुभारंभ 27 सितम्बर 2017 को किया गया था।
➤ आगर मालवा जिले के क्षेत्र में कोरकू जनजाति – ‘मानवों का समूह’ निवास करती है | यह जनजाति सतपुड़ा के क्षेत्र में निवास करती है |
➤ आगर मालवा जिले के आसपास के क्षेत्र में मालवी बोली प्रचलित है|
➤ आगर मालवा जिले की प्रमुख फसल संतरा है यहां के संतरे पूरे मालवा क्षेत्र में प्रसिद्ध है।
➤ आगर मालवा जिले में दो बांध है कुमार बांध और तिल्लार बांध अवस्थित है।
जिला आगर मालवा – (MP District Wise GK in Hindi)
जिले का नाम | जिला आगर मालवा (District Agar Malwa) |
गठन | 16 अगस्त 2013 |
तहसील | आगर मालवा, बड़ोद, सुसनेर, नलखेड़ा |
जिलों के साथ सीमा | उज्जैन, राजगढ़, शाजापुर, रतलाम, उत्तर में राजस्थान राज्य |
जनसँख्या (2011) | 571000 |
साक्षरता दर (2011) | 71.8% |
भौगोलिक स्थिति | अक्षांतर स्थिति – 23o45′ से 25o00′ उत्तर देशांतर स्थिति – 74o45′ से 75o55′ पूर्व |