G-20 / जी-20 एक अन्तरराष्ट्रीय समूह । UNIT-6

जी-20 एक अन्तरराष्ट्रीय समूह


जी-20 एक अन्तरराष्ट्रीय समूह है जो विश्व की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं को शामिल करता है। इसका उद्देश्य वैश्विक आर्थिक सहयोग और समरसता को बढ़ाना है। यह समूह विश्व के विकासशील और अर्थव्यवस्थाओं के नेताओं को एक स्थान पर एकत्रित करता है ताकि वे विश्वाधिकारी अर्थव्यवस्थाओं को निर्माण, उन्नयन और संरक्षण के लिए साझा दृष्टिकोण तैयार कर सकें।



G-20 का गठन:

जी-20 का प्रारंभ 1999 में हुआ था, जब भारतीय अर्थशास्त्री और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने ग्यालेस्टोन के समाधान के लिए एक विशेष बैठक आयोजित की थी। इस बैठक के माध्यम से, उन्होंने विश्व की अर्थव्यवस्थाएं बचाने और सुधारने के लिए एक नया संगठन गठित करने की आवश्यकता को उजागर किया।

यह गठबंधन बाद में ग्यालेस्टोन समूह के रूप में जाना जाता था, और अंततः 2008 में उसका नाम जी-20 परिवर्तित किया गया। जी-20 की पहली बैठक 2008 में वाशिंगटन डीसी, संयुक्त राज्य अमेरिका में हुई थी। इसके बाद, इसकी प्रत्येक बैठक के लिए स्थान और मुद्दे बदलते रहे हैं।

जी-20 आमतौर पर प्रत्येक वर्ष एक बार मिलता है और इसमें प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के नेताओं की महत्वपूर्ण बैठक होती है। यहां वे विभिन्न आर्थिक मुद्दों, वित्तीय स्थिति, वित्तीय संस्थाओं की स्थिति, टैक्सेशन, और अन्य अर्थव्यवस्था संबंधित मुद्दों पर चर्चा करते हैं।

G-20 के सदस्य:


G-20 का सदस्य निम्नलिखित देश है: अर्जेंटीना, आस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इंडिया, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मेक्सिको, रूस, साउथ अफ्रीका, सौदी अरब, दक्षिण कोरिया, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, यूनाइटेड स्टेट्स, और यूरोपीय संघ।

G-20 का कार्यक्षेत्र:


G-20 का कार्यक्षेत्र विश्व अर्थव्यवस्था, वित्तीय संकटों, वित्तीय बाजारों, ट्रेड और कार्बन निर्धारित करने जैसे विषयों पर है। इसके अलावा, गरीबी और असमानता के मुद्दे भी इसके कामकाज में शामिल हैं।

G-20 की बैठकें:


G-20 के सदस्य देश वार्षिक रूप से एक बैठक आयोजित करते हैं जिसमें उन्हें अपने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा करने का मौका मिलता है। इन बैठकों में अर्थव्यवस्था, वित्त, व्यापार, और विकास के मुद्दों पर विचार किया जाता है ताकि समूचे समुदाय को लाभ हो सके।

G-20 के पूर्वाधार:


G-20 का पूर्वाधार, G-7 था जिसमें गर्मी लेने वाले सात अर्थव्यवस्थाएं शामिल थीं। लेकिन विकासशील देशों की बढ़ती भूमिका को ध्यान में रखते हुए, G-7 के स्थान पर G-20 का गठन किया गया।

G-20 की महत्ता:


G-20 की महत्ता कारण है कि इसमें संयुक्त राष्ट्र द्वारा समर्थित और प्रतिनिधित्वित किये जाने वाले देश शामिल होते हैं जो दुनिया की अर्थव्यवस्था के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसके अलावा, G-20 की बैठकें विश्व की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण निर्णय लेने का माध्यम भी हैं।

G-20 का प्रभाव:


G-20 का प्रभाव विश्व अर्थव्यवस्था पर होने वाले निर्णयों में दिखाई देता है। इसमें संयुक्त राष्ट्रों के प्रतिनिधित्व के माध्यम से लिये जाते हैं जिनमें विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं शामिल हैं। इसके अलावा, G-20 के निर्णय और सुझावों का प्रभाव विश्व बाजारों, वित्तीय संस्थाओं और विकासशील देशों पर भी होता है।

G-20 का उद्देश्य:


G-20 का मुख्य उद्देश्य विश्व अर्थव्यवस्था को सुधारना है। इसके अलावा, यह गरीबी, बेरोजगारी, और असमानता के खिलाफ लड़ाई में भी योगदान करता है। ग-20 का मुख्य उद्देश्य है गरीबी की रोकथाम, विकासशील देशों की मदद, और विश्व अर्थव्यवस्था को स्थिर बनाना है।

G-20 की संगठन:


G-20 की संगठन संयुक्त राष्ट्र द्वारा किए जाते हैं जिनमें सभी सदस्य देशों को समान अधिकार होते हैं। संगठन में केंद्रीय संख्या मंडल, प्रबंधन कमेटी, और अन्य समितियां होती हैं जो निर्णय और सुझाव देती हैं।

G-20 का अर्थव्यवस्था और वित्तीय मंत्रालयों के साथ संबंध:


G-20 के सदस्य देशों के अर्थव्यवस्था और वित्तीय मंत्रालयों के बीच गहरे संबंध होते हैं। यहां उन्हें विश्व अर्थव्यवस्था के मुद्दों पर साझा ध्यान और संदेश रहते हैं।

G-20 के सदस्य देशों के वित्तीय मंत्रालय अपने देश की अर्थव्यवस्था के विकास और सुरक्षा के लिए कई नीतियों और योजनाओं को बातचीत करते हैं।

G-20 का संदेश:


G-20 का संदेश विश्व अर्थव्यवस्था के सुधार में संयुक्त देशों के साथ मिलजुलकर काम करने का है। इसके अलावा, यह गरीबी और असमानता के खिलाफ संघर्ष को भी बढ़ावा देता है।

G-20 की योगदान:


G-20 की प्रमुख योगदान विश्व अर्थव्यवस्था को मजबूत और सुरक्षित बनाने के लिए किया जाता है। इसके अलावा, यह गरीबी, बेरोजगारी और असमानता के खिलाफ लड़ाई में भी योगदान करता है।

G-20 का सांस्कृतिक परिदृश्य:


G-20 का सांस्कृतिक परिदृश्य विभिन्न देशों की सांस्कृतिक विरासत को प्रमोट करने के लिए भी है। इसके अलावा, यह लोगों के बीच सांस्कृतिक एवं व्यापारिक रूप से एकता को बढ़ावा देता है।

G-20 के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए सदस्य देश साथ मिलकर कई योजनाएं और कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं। इनमें संगठन, विकास, और गरीबी के मुद्दों पर ध्यान दिया जाता है।

इस प्रकार, G-20 विश्व की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और विकास, सुरक्षा, और असमानता के खिलाफ संघर्ष में भी योगदान करता है

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