म.प्र. में टेलीकॉम का विकास:-
इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों से महत्वपूर्ण दूरी पर सूचनाओं के आदान-प्रदान को दूरसंचार कहते हैं। यह सभी प्रकार की आवाज, डाटा, चलचित्र आदि को संदर्भित करता है। वास्तव में दूरसंचार एक व्यापक शब्द है, जिसमें टेलीफोन, माइक्रोवेव संचार, फाइबर ऑप्टिकल्स, उपग्रह, रेडियो और टीवी प्रसारण, इंटरनेट और टेलीग्राम जैसी सूचना प्रेषण और तकनीक शामिल है।
➤चूँकि सूचना प्रेषण संचार सेवाओं का विकास किसी भी समाज की प्रगति को प्रदर्शित करता है। इसलिए संचार सेवाओं की उन्नति हेतु सभी समाज प्रयासरत हैं। मध्य प्रदेश में 1 अप्रैल 1962 में संचार सेवाओं की शुरुआत की गई, जब नागपुर में डाक तार मंडल का गठन किया गया। इसे 11 जुलाई 1965 को भोपाल स्थानांतरित कर दिया गया। वर्तमान में प्रदेश में लगभग 8323 डाकघर है और 42008 पत्र पेटीया हैं।
➤प्रदेश में 1 सितंबर 1974 में दूरसंचार सेवा की शुरुआत की गई। वर्तमान में लगभग 2560 टेलीफोन केंद्र प्रदेश में कार्यरत हैं। प्रदेश में प्रथम आकाशवाणी केंद्र की स्थापना 1955 में इंदौर में की गई थी और वर्तमान में प्रदेश में 18 आकाशवाणी केंद्र हैं।
➤निजी क्षेत्र में रेडियो मिर्ची- इंदौर, प्रदेश का प्रथम रेडियो चैनल था। प्रदेश में 1972-73 में रायपुर में रिले केंद्र स्थापित करके दूरदर्शन सेवा प्रारंभ की गई। वर्तमान में प्रदेश के सभी जिलों में टैलेक्स एवं इंटरनेट की सुविधा प्रारंभ हो चुकी है।
➤दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (TRAI - Telecom Regulatory Authority of India) के अनुसार मध्यप्रदेश में मोबाइल यूजर्स की संख्या 5.52 करोड़ के आसपास है। जिसमें 90% से ज्यादा सक्रिय हैं। हमारे प्रदेश में 3G सेवाओं के साथ-साथ 4G सेवाओं के लिए प्रदेश के पूरे जिलों (52) में 1,25,000 के आसपास मोबाइल टावर लगाए गए। मध्यप्रदेश में घने जंगलों में खासकर आदिवासी क्षेत्रों में नेटवर्क की समस्या होती है क्योंकि वहां पर पर्याप्त संचार माध्यम का विकास नहीं हो पाया है।
➤उपयुक्त विश्लेषण के आधार पर कहा जा सकता है कि मध्यप्रदेश में टेलीकॉम क्षेत्र में काफी ढांचागत विकास हुआ है, लेकिन देश के अग्रणी राज्यों में अभी शामिल नहीं हो पाया है लेकिन लगातार सरकार के प्रयासों के चलते इस क्षेत्र में तेजी आई है। इसी के चलते वर्तमान समय में सरकारी सेवाओं के अलावा निजी क्षेत्र में एयरटेल, आइडिया, जियो आदि ने टेलीफोन व इंटरनेट सुविधा उपलब्ध करवाई है और इसके द्वारा प्रदेश में 4G सेवा प्रदान की जा रही है, जो प्रदेश के तीव्र विकास को दर्शाता है।
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➤उपयुक्त विश्लेषण के आधार पर कहा जा सकता है कि मध्यप्रदेश में टेलीकॉम क्षेत्र में काफी ढांचागत विकास हुआ है, लेकिन देश के अग्रणी राज्यों में अभी शामिल नहीं हो पाया है लेकिन लगातार सरकार के प्रयासों के चलते इस क्षेत्र में तेजी आई है। इसी के चलते वर्तमान समय में सरकारी सेवाओं के अलावा निजी क्षेत्र में एयरटेल, आइडिया, जियो आदि ने टेलीफोन व इंटरनेट सुविधा उपलब्ध करवाई है और इसके द्वारा प्रदेश में 4G सेवा प्रदान की जा रही है, जो प्रदेश के तीव्र विकास को दर्शाता है।
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