मध्यप्रदेश की गुफाओं की संपूर्ण जानकारी ।

ध्य प्रदेश में स्थित प्राचीन गुफाएं 
मध्य प्रदेश आदिमानव की कर्मभूमि रहा है इसका साक्ष्य मध्य प्रदेश के विभिन्न स्थलों पर स्थित गुफाओं से प्राप्त होता है जोकि निम्नलिखित है।

1.उदयगिरि की गुफाएं 
➤उदयगिरि की गुफाएं मध्य प्रदेश के विदिशा जिले में स्थित है इनका निर्माण चौथी पांचवी शताब्दी में गुप्त राजाओं के द्वारा करवाया गया था ।
इन गुफाओं की संख्या लगभग 20 है गुफा नंबर 1 व 20 जैन धर्म से संबंधित है जबकि गुफा नंबर 5 में वराह की विशाल प्रतिमा विद्यमान है जो पुराणों में वर्णित पृथ्वी के उद्धार की कहानी पर वर्णित है ।
इन गुफाओं में कुछ चित्र रंगीन एवं रंगहीन पाए गए हैं जो कि गुप्तकालीन स्थापत्य कला का उदाहरण है ।

2.भर्तृहरि गुफा ➠
उज्जैन से 12 किलोमीटर दूर कालियादेह महल के समीप स्थित है ।
इनका निर्माण 11 वीं शताब्दी के आसपास परमार वंश के राजाओं द्वारा भर्तहरि की स्मृति में करवाया गया ।
इन गुफाओं की कुल संख्या 9 थी जिनमें से वर्तमान में 5 गुफाएं सुरक्षित है ।
गुफाओं के सभी चित्र रंगीन है जो प्राचीन उज्जैन नगर की सभ्यता और संस्कृति के प्रतिक है ।

3.बाघ की गुफाएं➠
यह गुफाएं धार जिले के अंतर्गत बाघ नदी के समीप विंध्यांचल पहाड़ी पर निर्मित की गई है ।
इसका निर्माण चौथी पांचवी शताब्दी में गुप्त शासकों के द्वारा करवाया गया था ।
इन गुफाओं की तुलना अजंता की गुफा (महाराष्ट्र) से की जाती है क्योंकि अजंता की गुफाओं के समान इनके अंदर कलापूर्ण भित्ति चित्र बनाए गए हैं ।
इन गुफाओं को बौद्ध चित्रों का प्राण कहा जाता है ।
प्रारंभ में इन गुफाओं की संख्या 9 थी जो कि वर्तमान में 5 रह गई है ।
इन गुफाओं का निर्माण बौद्ध विहारों के रूप में करवाया गया है ।

4.भीमबेटका की गुफाएं➠
भीमबेटका की गुफाएं रायसेन जिले में विंध्यांचल पर्वतमाला के उत्तरी छोर में स्थित है ।
भीमबेटका समूह मानव इतिहास का एक बहुमूल्य और समृद्ध पुरातात्विक संकुल माना जाता है ।
यहां पर 500 से अधिक गुफाएं प्राप्त हुई है जो कि प्रागैतिहासिक काल के गुफा निवासियों की दैनिक जीवन चर्या के मनोहारी चित्र को प्रदर्शित करती है ।
भीमबेटका की गुफाओं को यूनेस्को ने 2003 में अपने विश्व धरोहर सूची में शामिल किया है ।

5.मारा की गुफाएं / माड़ा की गुफाएं➠
मारा की गुफाएं सिंगरौली जिले में स्थित है इनका निर्माण सातवीं आठवीं शताब्दी में पहाड़ों को काटकर किया गया था , जो कि अब खंडहर के रूप में परिवर्तित हो गई है ।
इन गुफाओं का संबंध बुद्ध काल से है ।
इन गुफाओं के आसपास ऊंचे पहाड़ और झरनों का रोमांच तो है ही साथ ही गुफाओं में मौजूद शैल चित्र , पत्थरों को काटकर बनाई गई भगवान शंकर की मूर्ति तथा गणेश और अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां इतिहास को परखने और समझने के लिए काफी है ।
इन गुफाओं के नाम गणेश मारा , विवाह मारा , शंकर मारा , रावण मारा आदि है ।

6.मृगेंद्र नाथ की गुफाएं ➠
गुफाओं की प्राप्ति रायसेन जिले के पटनी गांव में की गई है जो कि 2009 में खोजी गई थी ।
इन गुफाओं का संबंध जैन धर्म से है ।


अन्य विशेष गुफाएं

7.पांडव की गुफाएं पंचमढ़ी होशंगाबाद 
8.शंकराचार्य की गुफाएं ओमकारेश्वर खंडवा 
9.बिलोवा की गुफाएं ग्वालियर 
10.आदमगढ़ की गुफाएं होशंगाबाद
11.कबरा की गुफाएं राजगढ़ 
12.सारो  मारो की गुफाएं सीहोर




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