मध्य प्रदेश के मध्य कालीन साहित्यकार। विशेष जानकारी । MPPSC

मध्य प्रदेश के मध्य कालीन साहित्यकार

1.केशवदास➠ 
आचार्य केशवदास का जन्म 1555 ओरछा में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ  ।
केशवदास राजा इंद्र के दरबारी कवि थे  ।
इनके द्वारा रचित प्रमुख रचनाओं में रसिकप्रिया, कविप्रिया, नखशिख, छंदमाला, रामचंद्रिका, वीरसिंहदेव चरित, रतनबावनी, विज्ञानगीता और जहाँगीर जसचंद्रिका आदि प्रमुख है 
रसिकप्रिया केशव की प्रौढ़ रचना है जो काव्यशास्त्र संबंधी ग्रंथ हैं।
केशवदास वीर सिंह बुंदेला के राज्य कवि थे 
केशवदास को कविन काव्य का प्रणेता कहा जाता है ।

2.भूषण➠ 
इनका जन्म विक्रमपुर में एक ब्राह्मण कुल में हुआ 
इन्हें भूषण की उपाधि चित्रकूट के राजा रूद्र राज के द्वारा दी गई , यह राजा रूद्र राज सोलंकी के राज्य कवि थे 
इन्हें छत्रपति शिवाजी और राजा छत्रसाल के समकालीन माना जाता है 
इन्होंने मध्यकाल में वीर रस के अनेक रचनाएं लिखिए जिनमें शिवराज भूषण , शिवा बावनी , छत्रसाल दशक , भूषण उल्लास , भूषण हजार आदि प्रमुख है।


3.पद्माकर➠ 
इनका जन्म 1753 ईसवी में सागर में ब्राह्मण परिवार के घर में हुआ
इनका मूल नाम प्यारेलाल था ,तथा पिता का नाम मोहनलाल भट्ट था 
पद्माकर ने सतारा और ग्वालियर में राजदरबारी के रूप में अपना समय व्यतीत किया 
इनकी प्रमुख रचनाएं हितम बहादुर, विरुदावली , प्रताप विरुदावली , राम रसायन,  प्रबोध पचासा,  गंगा लहरी,  जगत विनोद आदि है ।


इन्हें भी पढ़ें 









नमस्कार साथियों आपको यह जानकारी कैसी लगी हमे टिपण्णी के माध्यम से अवश्य बताये यह विशेष पाठ्यक्रम अपने साथियों के साथ भी अवश्य साझा करें और प्रतिदिन मध्यप्रदेश लोकसेवा आयोग से जुड़ीं जानकारी पाने के लिए और अपने ज्ञान के माध्यम से अपने लक्ष्य को एक नयी दिशा देने के लिए इस वेबसाइट से जुड़े रहें 



हमारे टेलीग्राम ग्रुप से जुड़े और पाए प्रतिदिन कुछ नया





दोस्तों ऐसी ही रोचक और ज्ञानपूर्ण बातें सिखने के लिए हमारे इस पेज को फॉलो जरूर करें |
मध्यप्रदेश लोकसेवा आयोग के लिए प्रयासरत विद्यार्थी इस पेज से जरूर जुड़ें रहें |
इस पेज पर आपको प्रतिदिन MAINS EXAM  के उत्तर मिलेंगे | दोस्तों इस पेज को फॉलो करे और इससे जुड़े रहें | आपका दिन शुभ हो | 


Post a Comment

Please Select Embedded Mode To Show The Comment System.*

Previous Post Next Post

Contact Form