म.प्र. में टेलीकॉम का विकास
➤निजी क्षेत्र में रेडियो मिर्ची- इंदौर, प्रदेश का प्रथम रेडियो चैनल था। प्रदेश में 1972-73 में रायपुर में रिले केंद्र स्थापित करके दूरदर्शन सेवा प्रारंभ की गई। वर्तमान में प्रदेश के सभी जिलों में टैलेक्स एवं इंटरनेट की सुविधा प्रारंभ हो चुकी है।
➤दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (TRAI - Telecom Regulatory Authority of India) के अनुसार मध्यप्रदेश में मोबाइल यूजर्स की संख्या 5.52 करोड़ के आसपास है। जिसमें 90% से ज्यादा सक्रिय हैं। हमारे प्रदेश में 3G सेवाओं के साथ-साथ 4G सेवाओं के लिए प्रदेश के पूरे जिलों (52) में 1,25,000 के आसपास मोबाइल टावर लगाए गए। मध्यप्रदेश में घने जंगलों में खासकर आदिवासी क्षेत्रों में नेटवर्क की समस्या होती है क्योंकि वहां पर पर्याप्त संचार माध्यम का विकास नहीं हो पाया है।
➤उपयुक्त विश्लेषण के आधार पर कहा जा सकता है कि मध्यप्रदेश में टेलीकॉम क्षेत्र में काफी ढांचागत विकास हुआ है, लेकिन देश के अग्रणी राज्यों में अभी शामिल नहीं हो पाया है लेकिन लगातार सरकार के प्रयासों के चलते इस क्षेत्र में तेजी आई है। इसी के चलते वर्तमान समय में सरकारी सेवाओं के अलावा निजी क्षेत्र में एयरटेल, आइडिया, जियो आदि ने टेलीफोन व इंटरनेट सुविधा उपलब्ध करवाई है और इसके द्वारा प्रदेश में 4G सेवा प्रदान की जा रही है, जो प्रदेश के तीव्र विकास को दर्शाता है।
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