बाल विवाह | रोकथाम एवं कानून | PSC MAHOL

 बाल विवाह 

एक सामाजिक मुद्दा है जिसमें किसी नबालिग (18 साल से कम आयु का) बच्चे की शादी की जाती है। यह एक अत्याचारी अभियान है जो बच्चों के संकीर्ण अधिकारों को उल्लंघित करता है। इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे सामाजिक, आर्थिक या पारिवारिक दबाव, संस्कृतिक मान्यताओं का पालन आदि।



बाल विवाह को रोकने के लिए कई कदम उठाए जाते हैं, जिनमें समाज, सरकार, संगठनों और व्यक्तिगत स्तर पर जागरूकता, शिक्षा और कानूनी कार्रवाई शामिल होती है। निम्नलिखित तरीके बाल विवाह को रोकने में मदद कर सकते हैं:


1. शिक्षा: शिक्षा एक महत्वपूर्ण माध्यम है जो बाल विवाह को कम करने में मदद कर सकती है। बच्चों को शिक्षा का महत्व समझाना और उन्हें उच्चतम स्तर की शिक्षा प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करना चाहिए।


2. कानूनी प्रतिबंध: भारतीय कानून में नबालिगों के बीच विवाह पर प्रतिबंध है। नबालिग की शादी एक अपराध है और ऐसे मामलों में कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। इसलिए, यदि किसी को बाल विवाह के मामले में जानकारी होती है, तो वह स्थानीय पुलिस अथवा अधिकारी को सूचित कर सकता है।


3. सामाजिक जागरूकता: सामाजिक जागरूकता कार्यक्रम, मीटिंग्स, सेमिनार्स आदि का आयोजन करके बाल विवाह के खिलाफ लोगों को जागरूक करना चाहिए। इसके लिए संगठनों, स्कूलों, कॉलेजों, और सरकारी अधिकारियों को सहयोग करना चाहिए।


4. समुदाय संगठन: समुदाय संगठनों का गठन करके बाल विवाह को रोकने की पहल कर सकते हैं। ये संगठन स्थानीय स्तर पर चेतावनी, जागरूकता प्रदान करते हैं और संघर्षशील क्षेत्रों में बच्चों की सुरक्षा और शिक्षा की व्यवस्था करने के लिए सहायता करते हैं।


भारतीय कानून में बाल विवाह को रोकने के लिए निम्नलिखित कानूनी उपाय मौजूद हैं:


1. बाल विवाह संशोधन अधिनियम, 2006: इस अधिनियम के तहत, नबालिग के बीच विवाह को अमान्य घोषित किया गया है। यदि कोई इस अधिनियम का उल्लंघन करता है, तो उसे कारावास और जुर्माना का सामना करना पड़ सकता है।


2. बालिका और युवती सुरक्षा (पहचान और संरक्षण) अधिनियम, 2013: इस अधिनियम के तहत, नबालिग लड़कियों की सुरक्षा के लिए संरक्षा प्रदान की जाती है। यह अधिनियम बाल विवाह, बलात्कार, संग्रहण और अन्य अपराधों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सख्त कानूनी कार्रवाई प्रदान करता है।


बाल विवाह को रोकने के लिए, समाज, सरकारी संगठन, गैरसरकारी संगठन, और व्यक्तिगत स्तर पर आपके पास जिम्मेदारी होनी चाहिए। सभी संघर्षशील क्षेत्रों की ओर से साझा प्रयास से, हम समाज में बाल विवाह के खिलाफ संघर्ष कर सकते हैं और बच्चों को उनके अधिकारों का आनंद लेने में मदद कर सकते हैं।


आतंकवाद क्या है। बचाव और सुरक्षा। PSC MAHOL

क्या है समलेंगिक विवाह पर सरकार का रूख । READ FULL DOCUMENT

मध्य प्रदेश जनसंख्या संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य । (MPPSC & MP POLICE)

मध्य प्रदेश की अर्थव्यवस्था में सड़क परिवहन का महत्व

मीडिया भी आप पर लगाता है प्रतिबन्ध | जानिये केसे ?

भटकिये मत | समझोता किजीयें | दुनिया होगी आपकी मुट्ठी में |


Post a Comment

Please Select Embedded Mode To Show The Comment System.*

Previous Post Next Post

Contact Form